आज के तेजी से बदलते जीवनशैली में, फास्ट फूड, डिब्बाबंद भोजन, और कृत्रिम स्वाद वाले पेय पदार्थ लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं। इन सबकी आकर्षक उपस्थिति और तत्काल उपयोग की सुविधा के चलते लोग घर पर बने प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को भूलते जा रहे हैं। लेकिन क्या हम जानते हैं कि ये खाद्य पदार्थ हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने हानिकारक हैं?
इस लेख में, हम उन खाद्य पदार्थों और उनमें पाए जाने वाले रसायनों की चर्चा करेंगे, जो हमारे शरीर को धीरे-धीरे नष्ट करते हैं।

खाद्य पदार्थों में प्रयुक्त होने वाले हानिकारक रसायन
- कृत्रिम स्वाद और रंग
- चेरी, अनानास, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, और अन्य फलों के कृत्रिम स्वाद बनाने के लिए रसायन जैसे बेंजलड़िहाईड, एथिल ब्यूटीरेट, और मेथिल एंथ्रानीलेट का उपयोग किया जाता है।
- ये रसायन पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं और अल्सर, दमा, और त्वचा पर काले धब्बे जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं।
- फॉस्फोरिक एसिड

- सॉफ्ट ड्रिंक्स और कोल्ड ड्रिंक्स में पाया जाने वाला यह रसायन हड्डियों और दांतों से कैल्शियम को निकाल देता है।
- इसके कारण याददाश्त कमजोर होती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है, और गठिया, मधुमेह, और दमा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- सोडियम हाइड्रोक्साइड (कास्टिक सोडा)
- यह पाचन तंत्र में जलन और अल्सर पैदा करता है।
- रिफाइंड तेल और वनस्पति घी में इसके अवशेष पाए जाते हैं।
- सल्फर डाइऑक्साइड गैस
- यह एलर्जी पैदा करने वाली जहरीली गैस है।
- इसका उपयोग चीनी और रिफाइंड तेल के निर्माण में किया जाता है।

- फॉर्मलडिहाइड
- यह टिशू को कठोर बनाता है और पाचन तंत्र, श्वास नली, और गुर्दों को नुकसान पहुंचाता है।
- यह आंख, नाक, और गले में जलन पैदा करता है और कैंसर का कारण बन सकता है।
- मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG)
- यह अजीनोमोटो के नाम से भी जाना जाता है।
- यह फास्ट फूड में स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- इसके कारण सिरदर्द, पसीना, और अनिद्रा जैसी समस्याएं होती हैं।
- कैफीन
- यह DNA और RNA की रचना को नुकसान पहुंचाता है।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स, चॉकलेट, चाय, और कॉफी में पाया जाता है।
- सैकरिन
- यह चीनी से 500 गुना अधिक मीठा होता है और गुर्दों के लिए घातक है।
- गोलगप्पे और टिक्की वाले इसे चटनी में इस्तेमाल करते हैं।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स
- ये दांतों और हड्डियों को कमजोर करते हैं।
- इनके कारण शुगर, बीपी, अनिद्रा, तनाव, और मोटापा जैसी समस्याएं होती हैं।
- फास्ट फूड और जंक फूड
- इनमें MSG और अन्य रसायन होते हैं, जो धीरे-धीरे शरीर में जमा होते हैं।
- इनके कारण बच्चों में दमा, सिरदर्द, हिंसक प्रवृत्ति, और मानसिक विकृतियां हो सकती हैं।
- चॉकलेट
- इसमें शीशे की मात्रा होती है, जिससे बच्चों का विकास रुक जाता है।
- छोटी उम्र में ही दांतों में खोखलापन आने लगता है।
निष्कर्ष
हमारा स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है। इसे बनाए रखने के लिए, हमें प्राकृतिक और घर पर बने खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। फास्ट फूड, सॉफ्ट ड्रिंक्स, और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
हम सभी को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
“Health is Wealth”
मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी, आगरा